
भारत हर साल 21 या 22 जून को सोलर एनर्जी डे के रूप में मनाता है, जो कि सोलर एनर्जी सोसाइटी ऑफ इंडिया (SESI) द्वारा शुरू की गई एक अनूठी पहल है। यह विशेष दिन ग्रीष्म संक्रांति (Summer Solstice) के अवसर पर मनाया जाता है, जो वर्ष का सबसे लंबा दिन होता है और अधिकतम सौर ऊर्जा की उपलब्धता का प्रतीक है। इस दिन को मनाने का उद्देश्य है लोगों में सौर ऊर्जा के महत्व, उपयोगिता और लाभ के प्रति जागरूकता फैलाना।
सोलर एनर्जी डे क्या है?
सोलर एनर्जी डे केवल एक तारीख नहीं, बल्कि 2023 में शुरू हुआ एक राष्ट्रीय अभियान है, जिसका नेतृत्व SESI के अध्यक्ष श्री प्रफुल्ल पाठक द्वारा किया जा रहा है। इस आंदोलन का लक्ष्य है प्रत्येक नागरिक – व्यक्ति, संस्था या उद्योग – को स्वच्छ ऊर्जा की ओर बढ़ने के लिए प्रेरित करना।
“आपको सोलर उद्योग का हिस्सा होने की आवश्यकता नहीं है। बस सूरज के नीचे रहकर एक स्वच्छ, हरित भविष्य की चिंता करने वाला बनना ही काफी है।” – श्री प्रफुल्ल पाठक
क्यों 21 या 22 जून?

21 जून को ग्रीष्म संक्रांति होती है, जब सूरज की रोशनी पूरे साल में सबसे लंबे समय तक उपलब्ध होती है। यही दिन सबसे अधिक सौर ऊर्जा उत्पादन क्षमता का प्रतिनिधित्व करता है, इसलिए इसे सौर ऊर्जा के प्रति जागरूकता फैलाने का प्रतीकात्मक दिन चुना गया है।
🌍 सामूहिक भागीदारी का आह्वान
1️⃣ व्यक्तियों के लिए: छोटे कदम, बड़ा प्रभाव
हर नागरिक अपने घर पर सस्ती और उपयोगी सोलर तकनीकों को अपनाकर सौर ऊर्जा क्रांति का हिस्सा बन सकता है:
- सोलर मोबाइल चार्जर, पंखे और उपकरण
- सोलर कुकर और हीटर
- रूफटॉप सोलर पैनल
- सोलर स्ट्रीट लाइट और गार्डन लाइट्स
यह उपाय बिजली की खपत को कम करते हैं और पर्यावरण पर सकारात्मक प्रभाव डालते हैं।
2️⃣ संस्थाओं के लिए: प्रेरणा दें, अमल करें, नवाचार लाएं
- कॉलेज, स्कूल और सरकारी संस्थान अपने परिसरों में सोलर प्रोजेक्ट्स शुरू करें
- छात्रों को सोलर मॉडल्स बनाने के लिए प्रोत्साहित करें
- कार्यशालाएं, प्रदर्शनियां और सेमिनार आयोजित करें
- रूफटॉप सोलर यूनिट्स लगाएं
- सौर ऊर्जा के नवीनतम विकास पर संवाद सत्र रखें
यह संस्थाएं स्थायी भविष्य की नींव रख सकती हैं और युवा पीढ़ी को प्रेरित कर सकती हैं।
3️⃣ उद्योगों के लिए: बदलाव के सूत्रधार बनें
- कार्यालय, फैक्ट्री और गोदामों में सोलर पैनल लगाएं
- औद्योगिक क्षेत्रों में सोलर स्ट्रीट लाइट्स अपनाएं
- CSR कार्यक्रमों में सौर विषयों को शामिल करें
- दीर्घकालिक हरित नीतियों के साथ कार्बन फुटप्रिंट घटाएं
SESI इन पहलों में मार्गदर्शन देने के लिए सदैव तैयार है।
📅 एक्शन प्लान बनाएं
SESI का सुझाव है कि हर समूह निम्नलिखित करें:
- मंथन करें: अभी तक हमने सौर क्षेत्र में क्या नहीं किया?
- योजना बनाएं: अगले एक महीने में क्या किया जा सकता है?
- संकल्प लें: अगले साल के सोलर एनर्जी डे तक क्या लक्ष्य रखें?
एक टीम या लीडर नियुक्त करें जो प्रगति पर नजर रखे।
सोलर सभी के लिए – स्वच्छ, स्वतंत्र और किफायती
भारत सरकार की नीतियों, प्रौद्योगिकी की प्रगति और प्रोत्साहनों के चलते अब सौर ऊर्जा पहले से कहीं अधिक सस्ती और पहुंच योग्य है। चाहे गांव हो या शहर, हर नागरिक सौर ऊर्जा को अपनाकर पर्यावरण के संरक्षक बन सकते हैं।
सोलर एनर्जी डे कैसे मनाएं?
✅ सौर उत्पादों पर डेमो या सत्र आयोजित करें
✅ सौर ऊर्जा की शपथ लें
✅ सोशल मीडिया पर शेयर करें: #SolarEnergyDay #CleanEnergyIndia
✅ SESI से जुड़कर कार्यक्रम आयोजित करें
✅ सौर उपकरणों को उपहार में दें
SESI का योगदान: सोल्स्टिस 2023 का आयोजन

नई दिल्ली में SESI ने TERI स्कूल ऑफ एडवांस्ड स्टडीज के साथ मिलकर “सोल्स्टिस – वर्ष का सबसे लंबा दिन” नामक कार्यक्रम का आयोजन किया। इस अवसर पर स्वच्छ भारत मिशन की विशेषज्ञ अलमित्रा एच. पटेल मुख्य अतिथि रहीं, जिन्होंने सौर ऊर्जा को सामाजिक और पर्यावरणीय समस्याओं का समाधान बताया।
प्रख्यात ऊर्जा विशेषज्ञ श्री वी.एस. वर्मा और श्री जी. गिरासे ने पैनल चर्चा में भाग लिया, जिसमें AgroSolar और ग्रामीण क्षेत्रों में सौर ऊर्जा के उपयोग पर चर्चा हुई।
SESI अध्यक्ष श्री प्रफुल्ल पाठक ने कहा, “आज का दिन हमें भारत के स्वच्छ ऊर्जा भविष्य की याद दिलाता है। सौर ऊर्जा ऊर्जा स्वतंत्रता और पर्यावरण संरक्षण की कुंजी है।”
SESI के महानिदेशक डॉ. एस.एम. अली ने सभी प्रतिभागियों और योगदानकर्ताओं का आभार व्यक्त किया।
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